संविधान के तहत धर्म का अधिकार:
मंदिरों के न्यायशास्त्र के विषय में आगे बढ़ने से पहले, सबसे पहले भारत में धर्म के अधिकार को जानना चाहिए। […]
मंदिरों के न्यायशास्त्र के विषय में आगे बढ़ने से पहले, सबसे पहले भारत में धर्म के अधिकार को जानना चाहिए। […]
आनंदराव भीकाजी फडके और अन्य बनाम शंकर दाजी चार्या और अन्य [1883] का मामला दर्शाता है कि किसी विशेष स्थान पर पूजा का अधिकार कुछ समूहों के लिए विशेष हो सकता है, और इस विशेषता को नागरिक अधिकार के रूप में संरक्षित किया जाता है। हालांकि यह मामला औपनिवेशिक काल का है, फिर भी इसका महत्व है।
धर्म के अधिकार के उल्लंघन की शिकायत कहां से शुरू करनी चाहिए Read Post »
Right To Religion in Bharat: Before going further in the topic of temples and their jurisprudence, first of all one